इंजिनियर्स डे पर कनिष्ठ अभियंताओं ने 4800 ग्रेड पे को लेकर फिर से लगाई गुहार

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 आज 15 दिसम्बर 2020 को जहां पूरा देश ‘भारत रत्न’ श्री विश्वेश्वरैया के जन्मदिन को  अभियंता दिवस के रूप में धूम धाम से मना रहा है वहीँ राजस्थान का अभियंता वर्ग अपने साथ हो रही नाइंसाफी के विरोध में ट्विटर पर #जेईएनमाँगेन्याय hashtag ट्रेंड करवा रहा है।

चाहे corona आया हो या और कोई विपत्ति राजस्थान के अभियंता वर्ग ने स्वास्थ तथा जान की परवाह न करते हुए राज्य की सेवा की है जिसके फलस्वरूप बुरे से बुरे समय में भी बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदेश की जनता को निर्बाध रूप से मुहैय्या हो पाईं। ज्ञात हो कि पूरे भारत में राजस्थान के JEN की वेतन शृंखला सबसे कम है। छठे वेतन आयोग के अनुसार जहां पूरे भारत में JEN को ‘GP 4800’ वहीँ राजस्थान के अभियंता इससे दो ग्रेड नीचे ‘GP 3600’ लेने को विवश है जो कि 3rd Grade employees की सैलरी स्लैब के अंतर्गत आती है। 

JEN वर्ग इस वेतन विसंगति को दूर करवाने के लिए 10 साल से संघर्षरत है, दो पार्टियों की 3 सरकारों से आमना सामना हो चुका है, सभी इनकी स्थिति देखकर सांत्वना दो दर्शाते हैं पर आजतक किसी ने भी इनकी विसंगति दूर करने की ज़हमत नहीं उठाई। 

राजस्थान इंजीनियर एकता मंच(REEM) के प्रदेशाध्यक्ष नंदाराम गुर्जर ने बताया  सामंत कमेटी के समक्ष भी JEN वर्ग अपनी समस्या तथा संपूर्ण भारत में तुलनात्मक रूप से राजस्थान के JEN की स्थिति विभिन्न यूनियन और एसोसिएशन के माध्यम से बताया जा  चुका है पर कमेटी की रिपोर्ट वर्तमान सरकार के पास धूल चाट रही है। 

इसी लिए आज अभियंता वर्ग में तकलीफ के साथ रोष भी है। आगे जो ट्विटर ट्रेंड से शुरू होकर धरने प्रदर्शन या हड़ताल तक भी जा सकता है। सरकारी तंत्र से अभियंता वर्ग अपील करता है कि उसकी तकलीफ पर ध्यान दिया जाए तथा अभियंता की सेवाओं का सम्मान किया जाए।

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