घडी निकट आ गयी है
अब युद्ध होगा
जमीन मे गाढ देंगे उसे
जो किसानों के विरुद्ध होगा!
ये सब राजस्थान के किसान आन्दोलन मे साफ दिखाई दे रहा है
रतनगढ़ से सालासर स्टेट हाइवे निर्माण में मुआवजे की लड़ाई लड़ रहे किसानों को अब संगठित व सचेत रहकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है ।
हम सब साथ है , सड़क ठेकेदारो , माफिया टाइप लोगों से डरने व झूकने की जरूरत नहीं है ।
पहले गजट नोटिफिकेशन जारी हो व मुआवजा मिलना सुनिश्चित हो उसके बाद ही सड़क निर्माण कार्य हो ।
बिना मुआवजे के किसानों की बेशकीमती जमीन छीनकर सड़क निर्माण कार्य करना बर्दाश्त नहीं हैं ।
सांगासर व लूंछ के बीच जिस तरह सुबह पहली मशीनरी व तीन चार गाड़ियों में भरकर लोग पहुंचे व काम शुरू किया जिसका लूंछ व सांगासर के किसानों ने विरोध किया तो लठ बजाने, टांगें तोड़ने व झूठे मुकदमों में फंसाने व देख लेने की खुलेआम धमकी व दादागिरी बर्दाश्त से बाहर है ।
प्रशासन तथा रतनगढ व सुजानगढ़ के नेता कान खोलकर सुन लें आज आप किसानों के साथ खड़े नहीं हो तो याद रखना आने वाले चुनावों में आप भी गांवों में खड़े होकर वोट मांगने लायक नहीं रहोगे , वोट तो दूर गांवों में आना भी मत ।
जिस तरह से किसान अकेले लड़ रहे हैं उस हिसाब से तो आगामी पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद चुनावों में भाजपा, कांग्रेस के खिलाफ वोट डालेंगे ।
नोटा बटन पर ही वोट देना पड़े लेकिन भाजपा कांग्रेस को वोट नहीं देंगे ।
सैल्यूट सांगासर, लूंछ के किसान , युवा भाईयों का जिन्होंने सड़क ठेकेदारों को उनकी मशीनों के साथ उल्टे पांव वापस भेजा ।