किसी भी गांव में अपने अनुयायियों के साथ पहुंचते ही संत गाडगे बाबा पहले उस गांव में सफाई अभियान चलाते. पूरे गांव की साफ सफाई कचरा साफ करने के बाद बाबा अपने लोगों के मन से कचरा निकालने के लिए अपना अनमोल विचार सुनाते !
संत गाडगे बाबा ने पूछा तुम कौन है ? मोहन भागवत ने कहा मैं ब्राह्मण हूँ.
दूसरे से पूछा तुम कौन हो ? मायावती ने कहा मैं चमार हूँ.
तीसरे से पूछा तुम कौन हो ? अखिलेश यादव ने कहा मैं अहीर हूँ.
चौथे से पूछा तुम कौन हो ? उदित राज ने कहा मैं खटीक हूँ.
पांचवे से पूछा तुम कौन हो ? नीतीश कुमार ने कहा मैं कुर्मी हूँ !
गाडगे बाबा ने कहा तुम चमार हो तो तुम्हे कितनी आंखें है, जवाब मिला दो. अच्छा तो तुम अहीर हो तो कितनी आंखें है, जवाब मिला दो. तुम तो ब्राह्मण हो तुम्हे तो दो से अधिक आंखें होंगी, जवाब मिला दो ही आंखें है !
संत गाडगे बाबा ने कहा जब सभी को दो आंखें है तो फिर अंतर किस बात का. कुदरत ने इंसान को समान रूप से बनाया है. जाति वर्ण व्यवस्था तो इंसानों ने बनाई है
संत गाडगे बाबा ने कहा कोई पूछे कि तुम कौन हो, तो कहना हम इंसान जात हैं !